Skip to main content

Nimbahera Vlog | Nimbahera City | Nimbahera Bike Ride | Nimbahera

 Video Link - https://youtu.be/w1ceklFQhpI Tags - Rajasthan Explore,nimbahera,nimbahera rajasthan,nimbahera vlog,places to visit in rajasthan,rajasthan,rajasthan tour,rajasthan tourism,rajasthan tourist places,rajasthan travel guide,rajasthan trip

कर्नाटक : पर्यटकों के लिए खजाने से कम नहीं है बाबा बुदनगिरी हिल्स


कर्नाटक : पर्यटकों के लिए खजाने से कम नहीं है बाबा बुदनगिरी हिल्स

चिकमंगलूर दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो अपने कॉफी के बागानों और उत्पादन के लिए विश्व भर में जाना जाता है। भारत में कॉफी के पौधे उगाने की शुरुआत चिकमंगलूर से ही की गई थी, जिसका श्रेय बादा बुदन को जाता है, जो कॉफी के बीज अरब देश यमन से लेकर भारत आए थे। यहां की पहाड़ियां कॉफी के बागानों से भरी हैं, जो पर्यटकों को आनंदित और रोमांचित करने का काम करती हैं। चिकमंगलूर एक आदर्श विकल्प है, जहां आप प्रकृति के करीब जाकर कुछ समय फुर्सत के बिता सकते हैं।

यहां घूमने-फिरने के लिए कई शानदार जगहें मौजूद हैं, जिन्हें आप यात्रा के दौरान देख सकते हैं। यहां आप कुदरती सौंदर्यता का आनंद उठाने के साथ-साथ कई तरह की एडवेंचर गतिविधियां का अनुभव भी ले सकते हैं। चाहे पारिवारिक भ्रमण हो या दोस्तों के साथ ट्रिप प्लान यह पहाड़ी स्थल दोनों के लिए उपयुक्त है। चिकमंगलूर के प्राकृतिक खजाने से आज हम आपको बाबा बुदनगिरी हिल्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जानिए यह पहाड़ी आपको किस प्रकार आनंदित कर सकती हैं।

 बाबा बुदनगिरी हिल्स

बाबा बुदनगिरी हिल्स

PC- Kamaljeet Desai

बाबा बुदनगिरी चिकमंगलूर स्थित एक खूबसूरत पहाड़ है, जो पश्चिमी घाट में बसा हुआ है। इस पहाड़ी का नाम एक सूफी संत बाबा बुदन के नाम पर रखा गया था जो अरब से भारत इस्लाम का संदेश लेकर आए थे। माना जाता है कि वे अपने साथ यमन के मोचा बंदरगाह से कॉफी के बीज भी लेकर आए थे, और जिसके बाद ही भारत में कॉफी का उत्पादन शुरु हुआ। यहां सूफी संत हजरत दादा हयात खालंदर की दरगाह भी है, जिसके दर्शन के लिए मुस्लिमों के साथ-साथ हिन्दुओं का भी आगमन होता है। यह पहाड़ी दत्तात्रेय पीठ के नाम से भी जानी जाती है, माना जाता है कि यहां मौजूद एक गुफा में संत दत्तात्रेय ने अपने जीवन के कुछ समय बिताए थे। यहां दत्ता जयंती भी मनाई जाती है, जिसमें शामिल होने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालुओं का आगमन होता है। यह पहाड़ी स्थल प्राकृतिक और सांस्कृतिक दोनों रूपों में महत्व रखता है। बाबा बुदनगिरी समुद्र तल से लगभग 1895 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जो प्रकृति प्रेमियों, श्रद्रालुओं और रोमांच का शौक रखने वालों के लिए भी दूर से आकर्षित करती है। आगे जानिए इस पहाड़ी से संबंधित और भी कई महत्वपूर्ण तथ्य ।

आने का सही समय

आने का सही समय

PC- Kamaljeet Desai

बाबा बुदनगिरी हिल्स साल भर भ्रमण करने योग्य स्थल है, जहां आप साल के किसी भी समय जा सकते हैं। लेकिन अगर आप अपने आनंद और रोमांच को दुगना करना चाहते हैं तो यहां का प्लान सितंबर से लेकर मार्च के बीच का बना सकते हैं, इस दौरान यहां मौसम काफी खुशनुमा रहता है और आप आराम से हिल स्टेशन और आसपास के स्थलों का भ्रमण कर पाएंगे। खासकर सर्दियों के दौरान यहां की खूबसूरती देखने योग्य होती है।

देखने लायक दर्शनीय स्थल

देखने लायक दर्शनीय स्थल

PC- Kamaljeet Desai

बाबा बुदनगिरी हिल्स की खूबसूरती का आनंद उठाने के साथ-साथ आप यहां आसपास मौजूद पर्यटन आकर्षणों की सैर का आनंद भी ले सकते हैं। बुदनगिरी के नजदीक गुफाओं से लेकर जलप्रपात और कई धार्मिक स्थल मौजूद है, जिन्हें आप अपनी यात्रा डायरी का हिस्सा बना सकते हैं। यहां का निकटवर्ती आकर्षणों में यहां की प्राचीन गुफाएं, सीतला, गड़ा तीर्थ, गलिकेरे झील आदि शामिल हैं । आप यहां स्थित मणिक्यधर जलप्रपात की सैर करना न भूलें। यह वाटरफॉल बुदनगिरी हिल्स पर स्थित है, जो पर्यटकों को काफी ज्यादा आकर्षित करता है।

क्यों आएं बाबा बुदनगिरी हिल्स ?

क्यों आएं बाबा बुदनगिरी हिल्स ?

PC- Kamaljeet Desai

बाबा बुदनगिरी हिल्स की यात्रा आपके लिए कई मायनो में खास हो सकती है। एक प्रकृति प्रेमी से लेकर रोमांच का शौक रखने वालों के लिए यह स्थल किसी जन्नत से कम नहीं। यहां का शांत हरा-भरा माहौल सैनानियों को काफी ज्यादा आनंदित और रोमांचित करने का काम करती है। पर्यटक यहां का आकर काफी ज्यादा उत्साहित हो जाते हैं। एडवेंचर का शौक रखने वाले यहां ट्रेकिंग और हाइकिंग का रोमांच भर अनुभव ले सकते हैं। नेचर फोटोग्राफी के लिए यह स्थल काफी ज्यादा महत्व रखता है, आप यहां के अद्भुत पहाड़ी दृश्यों को अपने कैमरे में उतार सकते है। यह हिल्स पारिवारिक भ्रमण के साथ-साथ दोस्तों के साथ एक यादगार ट्रिप के लिए भी काफी उपयुक्त है। एक शानदार सफर के लिए आप यहां का प्लान बना सकते हैं।

कैसे करें प्रवेश

कैसे करें प्रवेश

PC- Kamaljeet Desai

बाबा बुदनगिरी हिल्स कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले में स्थित है, जहां आप परिवहन के तीनों साधनों की मदद से पहुंच सकते हैं। यहां का निकटतम हवाईअड्डा मैंगलौर एयरपोर्ट है, जहां से आप कैब या प्राइवेट टैक्सी के जरिए हिल्स के आधार तक पहुंच सकते हैं। रेल मार्ग के लिए आप चिकमंगलूर रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं। अगर आप चाहें तो यहां सड़क मार्गों से भी पहुंच सकते है, बेहतर सड़क मार्गों से यह पहाड़ी स्थल राज्य के कई छोटे-बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है।

Comments

Popular posts from this blog

फोटो से वशीकरण कैसे करे ? मोबाइल की फोटो से करे किसी को भी अपने वश में

फोटो से वशीकरण का मंत्र के लिए आपको जिसको वश में करना है, उनका कोई अच्छा फोटो और उनका नाम सबसे महत्वपूर्ण है | फोटो से वशीकरण करने के बाद आप अपने नजर में काफी दूर रहने वाले व्यक्ति को वश में कर सकते हो | पावरफुल और फेमस वशीकरण मंत्र जिसके इस्तेमाल से आप किसी भी व्यक्ति का असरदार वशीकरण कर सकते हो | फोटो वशीकरण मंत्र का इस्तेमाल  आमतौर पर लोग किसी व्यक्ति का वशीकरण करने के लिए करते हैं, ज्यादातर लोगों को अलग-अलग प्रकार के वशीकरण मंत्र पता होते हैं | जैसे कि कामदेव वशीकरण मंत्र से आप किसी व्यक्ति को अपनी कामुकता के अधीन कर सकते हो और उस व्यक्ति का वशीकरण कर सकते हो, सूर्य वशीकरण मंत्र का इस्तेमाल करने से आप किसी भी व्यक्ति को प्रभावशाली वशीकरण कर सकते हो , विचित्र वशीकरण मंत्र का इस्तेमाल करने से आप किसी भी व्यक्ति का उसके मनके बावजूद उस व्यक्ति का वशीकरण कर सकते हो, भैरवी हिप्नोटिजम इस वशीकरण मंत्र का इस्तेमाल आप किसी व्यक्ति को अपने वश में करने के लिए और उस व्यक्ति को हिप्नोटाइज यानी कि  सम्मोहित  करने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हो | दोस्तों फोटो से वशीकरण करने के लिए आपक

चमत्कारिक मेहंदीपुर बालाजी मंदिर- प्रेत-भूत बाधा दूर करने का सबसे प्रसिद्ध और विश्वसनीय स्थान

Mehandipur Balaji Story in Hindi  : यूं तो भारत में हनुमानजी के लाखों मंदिर हैं। हर मंदिर पर भक्तों की भीड़ उमड़ती है, पर राजस्थान के दौसा जिला स्थित घाटा मेंहदीपुर बालाजी की बात ही अलग है। मेंहदीपुर बालाजी को दुष्ट आत्माओं से छुटकारा दिलाने के लिए दिव्य शक्ति से प्रेरित हनुमानजी का बहुत ही शक्तिशाली मंदिर माना जाता है। यहां कई लोगों को जंजीर से बंधा और उल्टे लटके देखा जा सकता है। यह मंदिर और इससे जुड़े चमत्कार देखकर कोई भी हैरान हो सकता है। शाम के समय जब बालाजी की आरती होती है तो भूतप्रेत से पीड़ित लोगों को जूझते देखा जाता है। राजस्थान के दौसा जिले के पास दो पहाडिय़ों के बीच बसा हुआ मेहंदीपुर नामक स्थान है। यह मंदिर जयपुर-बांदीकुई- बस मार्ग पर जयपुर से लगभग 65 किलोमीटर दूर है। दो पहाडिय़ों के बीच की घाटी में स्थित होने के कारण इसे घाटा मेहंदीपुर भी कहते हैं। गीताप्रेस गोरखपुर द्वार प्रकाशित हनुमान अंक के अनुसार यह मंदिर करीब 1 हजार साल पुराना है। यहां पर एक बहुत विशाल चट्टान में हनुमान जी की आकृति स्वयं ही उभर आई थी। इसे ही श्री हनुमान जी का स्वरूप माना जाता है। इनके चरणों में छोटी स

Nimbahera Vlog | Nimbahera City | Nimbahera Bike Ride | Nimbahera

 Video Link - https://youtu.be/w1ceklFQhpI Tags - Rajasthan Explore,nimbahera,nimbahera rajasthan,nimbahera vlog,places to visit in rajasthan,rajasthan,rajasthan tour,rajasthan tourism,rajasthan tourist places,rajasthan travel guide,rajasthan trip