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Showing posts from June, 2018

Nimbahera Vlog | Nimbahera City | Nimbahera Bike Ride | Nimbahera

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अनार के छिलकों से बनी चाय नहीं पी तो कुछ भी नहीं पिया Read more at: https://hindi.boldsky.com/health/wellness/2018/amazing-benefits-pomegranate-peel-tea-reasons

आपने ग्रीन टी, ब्‍लेक टी, अदरक वाली चाय और लेमन टी जरुर चखी होगी, आपको स्‍वाद में भी अच्‍छी लगी होगी। लेकिन आपने कभी अनार के छिलकों के चाय के बारे में सुना है? जी हां, अनार के छिलकों की चाय जो कि हेल्‍थ के ल‍िए काफी सेहतमंद है। अनार के छिलकों से बनी चाय में मौजूद कई महत्वपूर्ण एंटीऑक्सिडेंट्स के कारण ये शरीर को हेल्‍दी रखने के साथ हर तरह के बीमारियों से दूर रखती है। अनार के छिलकों में एंटीऑक्सिडेंट्स और मिनरल्स के साथ-साथ इसके छिलके में विटामिन सी, फेनॉलिक्स और फ्लैवेनॉइड भी पाया जाता है, जोकि सेहत के लिए फायदेमंद होता है। ऐसे बनाएं अनार के छिलकों की चाय इसके छिलकों को चाय बनाने के लिए तैयार करना है तो पहले इसे साफ पानी से धोकर इन्हें धूप में सूखा लें। सूखाने के बाद इन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों में तो़ड़ लें। इसके बाद इसे ब्लैंड करके पाउडर बना लें। अब अनार के छिलकों के इस पाउडर को किसी एयर टाइट कंटेनर में भरकर रख दें ताकि ये खराब न हो।   powered by Rubicon Project अनार के छिलकों की चाय बनाने के लिए सबसे पहले किसी बर्तन में एक कप पानी गर्म करें। अब इस पानी में एक चम्मच अनार के छिलकों का पाउ

रोज इस तरह पिेएं टमाटर का हेल्दी जूस, मिलेंगे ये 5 फायदे

टमाटर का जूस आसानी से घर पर बनाया जा सकता है। टमाटर विटामिन सी का अच्छा स्रोत है। टमाटर  का जूस वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है। टमाटर एक ऐसा फल है जिसका प्रयोग लगभग हर घर में और हर मौसम में होता है। सब्जी, सलाद, चटनी, सॉस और न जाने कितने सारे फूड्स में आप रोजाना टमाटर का इस्तेमाल करते हैं। मगर क्या आपको पता है कि टमाटर का जूस आपकी सेहत के लिए कितना फायदेमंद है? टमाटर का जूस आसानी से घर पर बनाया जा सकता है। इसमें ढेर सारे पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं। इसके अलावा टमाटर में कई एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर को गंभीर रोगों से बचाते हैं। क्यों फायदेमंद है टमाटर का जूस टमाटर विटामिन सी का अच्छा स्रोत होने के साथ–साथ जैविक सोडीयम, फासफोरस, कैल्शियम, पोटैशियम, मैगनीशियम और सल्फर का अच्छा स्रोत है। टमाटर में मौजूद ग्लूटाथियोन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और प्रोस्ट्रेट कैंसर से भी शरीर की सुरक्षा करता है। टमाटर का जूस इस खोई ऊर्जा को लौटाने में ज्‍यादा मददगार होता है। क्‍योंकि टमाटर में कई महत्‍वपूर्ण रसायन मौजूद होते हैं जो व्‍यायाम के बाद मांसपेशियों के खिंचाव को कम

एलर्जी होने पर करें ये प्रा‍थमिक उपचार

एलर्जी होने के के पीछे के कारणों को जानना है जरूरी। एलर्जी खाद्य पदार्थ के अलावा दूसरी वस्‍तुओं से भी हो सकता है। एलर्जी सिरदर्द, ज़ुकाम, सूजन, सिरदर्द आदि रूप में हो सकते हैं। बिना चिकित्‍सक की सलाह के दवाओं का इस्‍तेमाल न करें। ऐसी कोई भी चीज जिसे शरीर स्वीकृति नहीं देता, उससे एलर्जी होने का खतरा बना रहता है। सामान्यतः एलर्जी के समय विशेषज्ञों का परामर्श लेना ही बेहतर होता है। लेकिन एलर्जी के स्रोत तथा इसके कारणों को जानने से हम इसका उपचार घर में ही कर सकते हैं। अतः यह जानना बेहद जरूरी होता है कि आखिर हमें किस चीज से एलर्जी है। अकसर लोगों को लगता है कि सिर्फ खाद्य पदार्थों से ही एलर्जी होती है। वास्तव में एलर्जी किसी भी बाहरी तत्व से हो सकती है मसलन परफ्यूम, फैब्रिक, फूल आदि। एलर्जी होने पर त्वचा में खराश, ज़ुकाम, आंखों में नमी आदि सामान्य समस्याएं होती हैं। एलर्जी के लक्षण बहरहाल, इससे पहले कि हम एलर्जी से बचाव के तरीकें जानें, यह जानना आवश्यक है कि एलर्जी होने का कोई बंधा बंधाया नियम नहीं है। कुछ लोगों को एलर्जी होने पर खुजली आदि समस्या होती है तो कुछ लोगों में अतिसार यानी डाय

फूड एलर्जी से ग्रस्‍त हैं तो इन 3 वैक्‍सीन का न करें प्रयोग

फुड एलर्जी की समस्या किसी भी खाद्य पदार्थ से हो सकती है। फुड एलर्जी में इम्यून सिस्टम खाद्य पदार्थ के प्रति रिएक्ट करता है। फूड एलर्जी के इन कारकों का इस्तेमाल वैक्सीन में भी होता है। अंडे से अलर्जी होने पर पीत ज्वर के वैक्सीन से दूर ही रहें। फुड एलर्जी एक बहुत बड़ी समस्या है जिसमें व्यक्ति को किसी विशेष खाने से सचेत रहने की जरूरत होती है। जिस भी फुड या खाद्य पदार्थ से व्यक्ति को एलर्जी होती है उसकी थोड़ी सी भी मात्रा शरीर के अंदर जाने पर व्यक्ति के लिए काफी घातक सिद्ध हो सकता है। कई बार पैक्ड खाने में या रेस्टोरेंट में एलर्जी होने वाले खाद्य पदार्थ के हारे में मालुम नहीं चलता। इसलिए ऐसे समय में उन खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए जो एलर्जी का कारण हो सकते हैं। लेकिन इन सबसे भी जरूरी है कि फुड एलर्जी वाले खाद्य पदार्थ के होने वाले इस्तेमाल के बारे में जानकारी होनी चाहिए।  न खाने वाली चीजों से भी रहें सतर्क फुड एलर्जी का मतलब ये नहीं कि आपको उस एक विशेष खाद्य पदार्थ से एलर्जी है तो उस खाद्य पदार्थ या उससे बनी खाने की चीजों से दूर रहें। बल्कि खाद्य पदार्थों से तो दूर रहे ही साथ ही उ

इन छोटी-छोटी आदतों में करें सुधार, रहेंगे एलर्जी से दूर

कई सावधानी बरतने के बाद भी होती है एलर्जी की समस्या। ऐसे लोगों को पता लगाना चाहिए एलर्जी का कारण। क्योंकि कई बार सामान्य चीजों से भी होती है एलर्जी।  ऑफिस आते वक्त उसे काफी ईचिंग होने लगी। ऐसा तेज धूप के कारण उसे होता है। टैबी को धूप से काफी एलर्जी है और वो धूप में पूरी तरह लाल हो जाती है और उसके चेहरे और हाथों में दानें उग आते हैं।   अगर आपको भी टैबी की तरह एलर्जी की समस्या है तो ये लेख पढ़ें।   "एलर्जी"-एक आम शब्द है जो एक तरह की समस्या है। ये किसी को किसी भी चीज से हो सकती है। कई लोगों को किसी विशेष से ही एलर्जी होती है कईयों को किसी विशेष परीस्थिती या किसी खाने की चीज से एलर्जी हो जाती है। किसी को धूल से तो किसी को सर्दी से ही एलर्जी हो जाती है। कई तो पेट्रोल की खुशबू ही बरदाश्त नहीं कर पाते और मचलने लगते हैं और किसी को हेल्दी सब्जी मशरूम से ही एलर्जी होती है। यानी एलर्जी कभी भी किसी को भी हो सकती है। इसके लिए कोई नियम नहीं बना और इसके बारे में डॉक्टर भी नहीं बता सकते।  एलर्जी के कई कारणों से होती है। हमारे आसपास कई ऐसी चीजें मौजूद होती हैं जिनके संपर्क में आने पर

त्वचा की एलर्जी हो जाएगी छूमंतर

त्वचा आपकी खूबसूरती का आईना है। आकर्षक दिखने के लिए आप जितने भी जतन करती हैं, वे सब कहीं न कहीं त्वचा को जवां और कसावयुक्त बनाने के लिए किए जाते हैं। लेकिन अपनी स्किन को एलर्जी से बचाने के लिए आप क्या करती हैं? क्या आप जानती हैं कि एलर्जी से आपकी त्वचा बेहद खराब और बदसूरत हो सकती है? किन कारणों से होती है त्वचा में एलर्जी और कैसे इनसे बचें, बता रही हैं आरती मिश्र डर्मेटोलॉजिस्ट शेहला अग्रवाल के अनुसार, निम्न कारणों से भी हो सकती है एलर्जी- कपड़ों से भी एलर्जी हो सकती है।  कभी-कभी कपड़े पर इस्तेमाल होने वाला रंग यानी डाई, त्वचा में एलर्जी पैदा कर देती है। इससे त्वचा में खिंचाव आदि की समस्याएं होती हैं। टैटू का त्वचा पर बुरा प्रभाव देखा गया है। इस तरह की शिकायतें आजकल आम हैं। दरअसल, अगर टैटू में इस्तेमाल होने वाली स्याही की क्वॉलिटी खराब हो तो इससे त्वचा में जलन होने लगती है। मौसम में बदलाव भी एलर्जी का कारण हो सकता है। मौसम बदलने से हवा में पोलिन्स की संख्या बढ़ जाती है, जो त्वचा में एलर्जी का मुख्य कारण होती है। अगर हेयर कलर में पीपीडी की मात्र ज्यादा हो तो उससे भी एलर्जी की संभ