Skip to main content

Nimbahera Vlog | Nimbahera City | Nimbahera Bike Ride | Nimbahera

 Video Link - https://youtu.be/w1ceklFQhpI Tags - Rajasthan Explore,nimbahera,nimbahera rajasthan,nimbahera vlog,places to visit in rajasthan,rajasthan,rajasthan tour,rajasthan tourism,rajasthan tourist places,rajasthan travel guide,rajasthan trip

दूधसागर झरना के बारे में जानकारी | Dudhsagar Falls Information In Hindi

Dudhsagar Water Falls / दूधसागर झरना गोवा-कर्नाटक की सीमा के पास मांडवी नदी पर स्थित एक जलप्रपात है। दूधसागर शब्द का अर्थ है ‘दूध के सागर’। यह झरना भारत का पांचवा और विश्व का 227वां सबसे खूबसूरत झरना है। यह बेहद मनोहारी है और इसे विदेशों में सी ऑफ मिल्क के नाम से जाना जाता है। यह झरना पणजी से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस झरना की ऊँचाई 310 मीटर और औसत चौड़ाई 30 मीटर है।

 
दूधसागर जलप्रपात की जानकारी – Dudhsagar Falls Information In Hindi
धसागर भारत का एकमात्र झरना है, जो दो राज्यों की सीमा पर स्थित है। गोवा-कर्नाटक बॉर्डर से मंडोवी नदी गुजरती है, जिस पर दूधसागर झरना स्थित है। यह सड़क मार्ग से पणजी से 60 किलोमीटर दूर है और मडगांव-बेलगाम रेल मार्ग पर मडगांव से 46 किमी पूर्व में और बेलगाम से 80 किमी दक्षिण मडगांव-बेलगाम में स्थित है। दूधसागर जलप्रपात भारत के सबसे ऊंचे झरनों में से एक हैं इसकी ऊंचाई 310 मीटर (1017 फुट) और औसत चौड़ाई 30 मीटर (100 फुट) के बीच है।

यह जलप्रपात पश्चिमी घाट के फॉल्स भगवान महावीर अभयारण्य और मोल्लेम राष्ट्रीय उद्यान के बीच स्थित है। यह झरना कर्नाटक और गोवा राज्यों के बीच सीमा रेखा का काम करता है। पर्णपाती जंगलों से घिरा हुआ यह जलप्रपात एक समृद्ध जैव विविधता से भरा हुआ है। यदयपि शुष्क मौसम के दौरान, यह जलप्रपात बहुत ही सुखा दिखता हैं लेकिन मानसून के मौसम में जब इसमें पानी की अधिकता हो जाती हैं तब यह काफी भव्य दीखता हैं।


 
यह स्थान बॉलीवुड के फिल्मकारों के बीच भी बेहद लोकप्रिय है। शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस के कुछ दृश्य यहां फिल्माए गए थे। दूधसागर झरना, मंडोवी नदी पर स्थित हैं जो की एक विशाल नदी हैं।

दूधसागर झरना क्यों कहा जाता हैं – Dudhsagar Falls in Hindi
दूधसागर जलप्रपात 310 मीटर (1017 फिट) की उंची पहाड़ी से नीचे गिरता हैं और जब इसका पानी ऊंचाई से चट्टानों से बहते हुए नीचे आता हैं तो बिल्कुल दूध की तरह सफेद दिखता हैं। यह इतनी ऊंचाई से गिरता हुआ पानी ऐसा प्रतीत होता हैं जैसे पहाड़ से दूध की नदी प्रवाहित हो रही हो और इसलिए इस झरने का नाम दूधसागर पड़ा हैं। यह स्थान चारो तरफ से घने जंगल से घिरा हुआ हैं।

दूधसागर का इतिहास और कहानी – Dudhsagar Jharna History & Story in Hindi
एक कथा के अनुसार पश्चिमी घाटों के मध्य एक झील हुआ करती थी, जहां एक राजकुमारी अपनी सखियों सहित स्नान करने प्रतिदिन आती थी। स्नानोपरांत वे घड़े भर दूध का सेवन करती थीं। एक दिवस वे झील के जल में अठखेलियाँ कर रही थीं। तब वहां से जाते एक नवयुवक की दृष्टी उन पर पड़ी और वह वहीं ठहर कर उन्हें निहारने लगा। अपनी लाज रखने हेतु राजकुमारी की सखियों ने दूध का घडा झील में उड़ेल दिया ताकि दूध की परत के पीछे वे स्वयं को छुपा सकें। कहा जाता है कि तभी से इस प्रपात का दूधिया जल बह रहा है।

दूधसागर वॉटरफॉल कैसे पहुंचे – How To Reach Dudhsagar Water Falls In Hindi
दूधसागर सागर झरना गोवा-कर्नाटक की सीमा पर स्थित हैं। यहां पर आप आसानी से सड़क मार्ग और रेलवे मार्ग से पहुँच सकते हैं। हवाई जहाज से आप नजदीकी शहर तक पहुँच सकते हैं।

कैसे गाड़ी से दूधसागर जलप्रपात तक पहुंचे – 
दूधसागर झरने तक पहुँचने का एक मार्ग भगवान महावीर वन्यजीव अभयारण्य के टैक्सी मार्ग जाता हैं इस रास्ते से जाने का एकमात्र रास्ता हरे भरे जंगल और कलकल बह रही नदियों से हो कर जाता हैं। जो काफी मनमोहक होते हैं। वर्तमान में यही मार्ग झरने तक पहुँचने के एकमात्र रास्ता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एन.एच. 4 ए राज्यमार्ग दूधसागर जलप्रपात की तरफ ही जाता हैं। दूधसागर जलप्रपात गोवा के पणजी शहर से 60 कि.मी. व मडगाव शहर से 46कि.मी. तथा कर्नाटक के बेलगाव शहर से लगभग 80 कि.मी. की दूरी पर स्थित है।

दूधसागर रेलवे स्टेशन
इस झरने तक पहुँचने का सबसे निकटम रेलवे स्टेशन कैसल रॉक स्टेशन हैं। जहा पर सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है।आगंतुक यहाँ से ट्रेन पकड़ सकते हैं और दूधसागर स्टॉप पर उत्तर सकते हैं। यहाँ की उल्लेखनीय बात यह हैं की दूधसागर रेल स्टॉप एक स्टेशन नहीं हैं जहा यात्रीगण प्लेटफार्म की उम्मीद कर सकते हैं। यात्रियों और पर्यटकों को एक खड़ी सीढ़ी पर चढ़ाई कर रेल के डिब्बे तक पहुंचना पड़ता है। जहा इसका 1-2 मिनट के अनिर्धारित स्टॉप होता हैं। अभी हाल में भारतीय रेलवे ने दुध्सागर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के चढ़ने/उतरने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है इस झरने के आस पास न तो शुद्ध पेयजल की न ही साफ़ शौचालय की व्यवस्था हैं। इस लोकेशन पर मोबाइल के सिगनल भी नहीं पकड़ में आते हैं।

दूधसागर वॉटरफॉल के नजदीकी होटल – Nearest Hotel To Dudhsagar Water Falls 
यहाँ पर रुकने के भी कई जगह उपलब्ध है दूध सागर ईको एवं वाइल्ड लाइफ रिसोर्ट (अजुसका रिट्रीट) जिनमे सबसे प्रसिद्द हैं, जो इसी झरने के पास हैं। जो लोग पक्षीं के विभीन प्रजाति देखने में रूचि रखते है उनके लिए यह जगह स्वर्ग से कम नहीं है। इसके अलावा यहाँ के जंगलों में आपको कई तरह के पशु पक्षी देखने को मिल जायेंगे। यहां पर आपको लो-बजट से लेकर हाई बजट तक के होटल मिल जायेंगे जहां आप अपनी सुविधानुसार होटल ले सकते हैं।

Comments

Popular posts from this blog

कैला देवी मंदिर, करौली (Kaila Devi Temple, Karalui )- यहाँ डकैत भी आकर करते है माँ काली की साधना

Kaila Devi Temple Story in Hindi  : यहाँ डकैत भी आकर करते है माँ काली की साधना – कैला देवी मंदिर सवाई माधोपुर के निकट राजस्थान के करौली जिले में स्थित एक प्राचीन मंदिर है। कैला देवी मंदिर में चांदी की च...

चमत्कारिक मेहंदीपुर बालाजी मंदिर- प्रेत-भूत बाधा दूर करने का सबसे प्रसिद्ध और विश्वसनीय स्थान

Mehandipur Balaji Story in Hindi  : यूं तो भारत में हनुमानजी के लाखों मंदिर हैं। हर मंदिर पर भक्तों की भीड़ उमड़ती है, पर राजस्थान के दौसा जिला स्थित घाटा मेंहदीपुर बालाजी की बात ही अलग है। मेंहदीपुर बालाजी को दुष्ट आत्माओं से छुटकारा दिलाने के लिए दिव्य शक्ति से प्रेरित हनुमानजी का बहुत ही शक्तिशाली मंदिर माना जाता है। यहां कई लोगों को जंजीर से बंधा और उल्टे लटके देखा जा सकता है। यह मंदिर और इससे जुड़े चमत्कार देखकर कोई भी हैरान हो सकता है। शाम के समय जब बालाजी की आरती होती है तो भूतप्रेत से पीड़ित लोगों को जूझते देखा जाता है। राजस्थान के दौसा जिले के पास दो पहाडिय़ों के बीच बसा हुआ मेहंदीपुर नामक स्थान है। यह मंदिर जयपुर-बांदीकुई- बस मार्ग पर जयपुर से लगभग 65 किलोमीटर दूर है। दो पहाडिय़ों के बीच की घाटी में स्थित होने के कारण इसे घाटा मेहंदीपुर भी कहते हैं। गीताप्रेस गोरखपुर द्वार प्रकाशित हनुमान अंक के अनुसार यह मंदिर करीब 1 हजार साल पुराना है। यहां पर एक बहुत विशाल चट्टान में हनुमान जी की आकृति स्वयं ही उभर आई थी। इसे ही श्री हनुमान जी का स्वरूप माना जाता है। इनके चरणों में छो...

हरियाणा में ऐतिहासिक जगहों के साथ बेहतरीन पर्यटक स्थल का मजा लें

घूमने के लिए अगर कोई पास की जगह मिल जाए तो बात ही क्या होगी, ऐसे आज हम हरियाणा के पर्यटन स्थलों के बारे में बताएंगे। हरियाणा अपने पर्यटन स्थल के लिए बहुत की लोकप्रिय माना जाता है। खड़ी बोली के साथ वहाँ घूमने के लिए भी बेहतरीन जगहें है। हरियाणा में हास्य कूट-कूट कर भरा हुआ है। हरियाणा को भगवान का घर कह कर भी पुकारते हैं। हरियाणा की जगहों में बहुत से ऐतिहासिक सच जुड़े हुए है जिन्हे जानने में लोगों को बहुत दिलचस्पी होती है। कुरुक्षेत्र- हरियाणा में आप कुरुक्षेत्र घूम सकते हैं। यह एक धार्मिक स्थल है जहाँ महाभारत का युद्ध हुआ था। कहा जाता है कि इस जगह में श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था। कुरुक्षेत्र की भूमि ऐतिहासिक और धार्मिक दोनों ही दृष्टियों से बेहद महत्व देती है। भारी तादाद में लोग कुरुक्षेत्र में घूमने आते हैं, कुरुक्षेत्र में घूमने की बहुत सी जगहें हैं। यहाँ आप बिरला मंदिर, श्रीकृष्ण म्यूजियम और धरोहर हरियाणा म्यूजियम देख सकते हैं। पंचकुला- हरियाणा में पंचकुला ऐसी जगह है जहाँ सबसे ज्यादा लोग घूमने आते हैं। पंचकुला एक नियोजित शहर और जिला मुख्यालय है जो पंचकुला जिले, हरियाण...