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मिज़ोरम के दर्शनीय व पर्यटन स्थल | Mizoram Tourism in Hindi

Mizoram Tourism / मिजोरम भारत का समृद्ध और सुखद राज्यों में एक हैं। उत्तर में सेवन सिस्टर्स में से एक, मिज़ोरम, नीले पहाड़ों और रोलिंग हिल्स में बसा एक छोटा सा सुंदर राज्य है। मिज़ो शब्द का अर्थ है पहाड़ी और रम का अर्थ है भूमि। पहले यह एक केंद्र शासित प्रदेश था लेकिन बाद में 1986 में यह एक राज्य बना दिया गया था। पर्वतीय नगर आइज़ोल, मिज़ोरम का एक धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है। जिसमें यह एक प्रमुख हर प्रकार के पक्षी और वन्य प्राणी देखने को मिलते हैं।

मिज़ोरम के दर्शनीय व पर्यटन स्थल की जानकारी | Mizoram Tourism in Hindi

मिज़ोरम के दर्शनीय व पर्यटन स्थल की जानकारी – Mizoram Tourism Place in Hindi
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दंतकथा यह है कि मिजो की उत्पत्ति एक बड़ी चट्टान से हुई, जिसे छिनलंग के नाम से पहचाने जाते हैं। बाहर आते वक्त दो राल्ते कुलों ने खूब शोर मचाया। इससे मिजो भगवान “पथायन” को गुस्सा आ गया। उन्हें लगा कि बहुत सारे लोगों को कदम बाहर निकालने की अनुमति दे दी है। इस वजह से उन्होंने एक बड़ी सी चट्टान से दरवाजा बंद कर दिया। इस तरह मिजोरम की समस्त धरती मिथक और रहस्यों से भरी हुई है। मानव विज्ञान के हिसाब से मिजोरम के मंगोलाइड लोगों के पूर्वज चीन और म्यांमार में रहते थे।

प्रकृति का भरपूर मज़ा लेने के लिए मिज़ोरम पर्यटन अनेक अवसर प्रदान करता है। विदेशी वनस्पति और जीव, बांस के जंगल, कलकल करके बहते झरनें, खूबसूरत धान के खेत सभी प्रकृति प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। छिमतुईपुई या कलादान राज्य में बहने वाली सबसे बड़ी नदी है।


 
भारत के पूर्वोत्तर के समूचे क्षेत्र की ही तरह, मिजोरम की भी अपनी हस्तशिल्पों की समृद्ध परंपरा रही है। जो मिजोरम में खरीदारी को बेजोड़ बनाते हैं। मिजोरम के हस्तशिल्पों में एक अलग ही बात है। आप उन्हें देखे बिना उनकी कल्पना नहीं कर सकते। आप देखेंगे तो शॉपिंग भी जरूर करेंगे।

मिज़ो लोग साल में कई त्योहार मनाते हैं। लुशेरी, मारा, लाई आदि कुछ महत्वपूर्ण उपजातियाँ हैं। आदिवासी त्योहार मिज़ोरम पर्यटन में रंग भर देते हैं। वसंत में आने वाला त्योहार चापचुर कुट मिज़ोरम के मुख्य त्योहारों में से एक है। प्रसिद्ध बांस नृत्य या चेरौ स्थानीय लोगों द्वारा बड़ी धूमधाम से किया जाता है।

मिजोरम में देखने लायक जगह – Mizoram Tourist Places in Hindi
सबसे बड़ी झील, पाला झील और ताम दिल या सरसों के पौधें की झील मिज़ोरम के दो सबसे बड़े पर्यटन आकर्षण हैं। यहाँ अनेक प्राचीन गुफाऐं हैं जो पर्यटकों को मूलभूत मिज़ोरम के बारे में पता लगाने का अवसर प्रदान करती हैं। यहाँ डंपा वन्यजीव अभयारण्य, खौंगलुंग वन्यजीव अभयारण्य आदि कई वन्यजीव अभयारण्य हैं। ट्रैकर्स के लिए मिज़ोरम स्वर्ग जैसा है अज्ञेर फौंगपुई पहाड़ ट्रैकिंग के लिए यबसे अच्छे स्थानों में से एक है।

डम्पा टाइगर रिजर्व मिज़ोरम :- डम्पा टाइगर रिजर्व मिज़ोरम राज्य की राजधानी आईजोल के पास स्थित यहाँ का सबसे बड़ा वन्‍य जीवन अभयारण्‍य है जिसे 1985 में अधिसूचित किया गया और 1944 में इसे टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। डम्पा टाइगर रिजर्व बंगलादेश से लगभग सटी हुई अंतरराष्‍ट्रीय सीमा के पास एजवाल से 127 किमी की दूरी पर मिज़ोरम के दक्षिणी भाग में है। डम्पा टाइगर रिजर्व में संरक्षित वन्‍य जीवन के कुछ उदाहरण रिसस बंदर, लीफ मंकी, पिगटेलमेकाक, स्‍टम्‍प तेलमेकाक, बाघ, चीते, भारतीय हाथी, गौर, सीरो, बार्किंग बीयर, जंगली सुअर, साही, स्‍लॉथ बीयर, हिमालय का काला भालू, ग्रेट इंडियन हॉर्न बिल, मालपार पाइड हॉर्नबिल, पीकॉक फीसेंट, लालजंगली फाउल, एमरेल्‍ड डव, हिल माइना, पाइथन, किंग कोबरा, मॉनिटर लिजार्ड और पहाड़ी कछुआ।

फावनगपुई :- फावनगपुई मिज़ोरम राज्य में स्थित नीली पहाड़ी है यहाँ की नीली पहाडियाँ देवताओं का घर मानी जाती है। फावनगपुई की चोटी आर्किड तथा रोडो डेंड्रॉन के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के शानदार पेड़ों और सभी रंगों के फूलों के साथ यह स्‍थान नीली धुंधली पहाडियों पर परियों के देश जैसा दृश्‍य बनाता है और यहाँ हर दिन नए दृश्‍य दिखाई देते हैं।


 
अन्य घूमने लायक जगहें
तुआलचांग
सिबुता लुंग
वोनहिमाइलयन की कब्र
फॉनगुई
मांगकहिया लुंग
लुंगवानडॉट
टाडमिल
वांतवांग फॉल्स
डम्पा सेंचुरी
कैसे पहुंचे –
मिज़ोरम की जलवायु हल्की होती है लेकिन मानसून के दौरान यहाँ भारी बारिश होती है। मिज़ोरम में गर्मियाँ सुहावनी होती हैं जबकि सर्दियाँ ठंडी होती हैं। हालांकि औसत तापमान 7 से 21 डिग्री से. के बीच होने के कारण सर्दियाँ अधिक कठोर नहीं होती हैं।

भले ही मिजोरम उत्तर-पूर्वी भारत के सिरे पर स्थित है, वहां पहुंचने की चिंता करने की जरूरत नहीं है। मिजोरम की राजधानी आइजोल में अपना एयरपोर्ट है। कई विमानन कंपनियां यहां से विमानों का परिचालन करती हैं। कोलकाता, इम्फाल जैसे देश के महत्वपूर्ण शहर आइजोल से हवाई मार्ग से जुड़े हुए हैं। मिजोरम में रोड नेटवर्क आरामदेह है। राष्ट्रीय राजमार्ग 54 आइजोल को सिलचर के रास्ते पूरे भारत से जोड़ता है। पर्यटन विभाग ने राज्य में सभी बडे कस्बों में पर्यटक आवास गृह तथा अन्य कस्बों में राजमार्ग तथा यात्री के रहने की व्यवस्था का निर्माण किया है।

और अधिक लेख –
मिजोरम की जानकारी, तथ्य, इतिहास
मणिपुर के दर्शनीय और पर्यटन स्थल की जानकारी
बिहार के दर्शनीय व पर्यटन स्थल की जानकारी

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