Content Consumption in India
दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट मार्केट होने के साथ ही भारत एप (App) डाउनलोड्स और एंड्राइड फोन (Android Phone) पर समय बिताने के मामले में भी शीर्ष (Top) पर है। इस समय भारत में स्मार्टफोन (Smartphone) का इस्तेमाल करने वालों की संख्या 355 मिलियन के करीब है। 2020 तक यह आंकड़ा 520 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है। स्मार्टफोन अब कंटेंट (Content) और मीडिया (Media) के इस्तेमाल के लिए सबसे पसंदीदा उपकरण बन चुका है। इससे डिजिटाइजेशन(Digitization) के एक नए युग का आगाज़ हुआ है, जो प्रासंगिक (Relevant) और पोर्टेबल कंटेंट (Portable Content) को अंगुलियों पर ला रहा है।
The Changing face of Content Consumption:
डिजिटल कंटेंट (Digital Content) उपभोक्ताओं (Consumers) में मनोरंजन, खेल और समाचार(News) से जुड़ी सामग्री सबसे ज्यादा पसंद की जाती है। यूसी न्यूज(UC NEWS) (अलीबाबा मोबाइल बिजनेस ग्रुप का एक न्यूज और कंटेंट एग्रीगेशन प्लेटफार्म) की ओर से जनवरी के जो ट्रेंड्स उपलब्ध कराए गए हैं, वह बताते हैं कि 73 प्रतिशत ऑनलाइन कंटेंट कन्ज्यूमर्स मनोरंजन के लिए स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हैं। एक बड़ी तादाद ऐसे यूजर्स की भी हैं जो खेल-संबंधित गतिविधियों, खासकर क्रिकेट को मोबाइल पर देखना पसंद कर रहे हैं। यूसी न्यूज पर सभी खेल-संबंधी कंटेंट के कन्जम्प्शन में 68 प्रतिशत हिस्सेदारी क्रिकेट की रही है।
बेहतरीन गुणवत्ता वाले कंटेंट पर ध्यान केंद्रित करने से अलीबाबा(Alibaba) के मालिकाना हक वाले यूसीवेब (UC Web), एचटीसी(HTC) और बिगो लाइव(Bigo Live) जैसे ब्रांड्स भारत में नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं।यूसी ब्राउजर ने बाजार में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली है। वह एंड्राइड प्लेटफार्म( Android Platform) पर सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने वाले एप्लीकेशंस(Applications) में छठे(6th) नंबर पर है। इसके 100 मिलियन Monthly Active Users (मासिक सक्रिय इस्तेमालकर्ता) हैं।
यूसी ब्राउजर की एक प्रमुख कम्पोनेंट है UC Cricket, यह क्रिकेट से जुड़ी सामग्री के लिए एक समग्र प्लेटफार्म है, जहां लाइव स्कोर, मैच अपडेट्स, मैच कमेंटरी, वीडियो के साथ ही अन्य जानकारियां उपलब्ध हैं। इस क्रिकेट सीजन (आईपीएल और आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी- अप्रैल से जून, 2017) में यूसीवेब प्लेटफार्म्स- यूसी न्यूज और यूसी ब्राउजर, पर क्रिकेट से जुड़े कंटेंट का ट्रैफिक 0.75 बिलियन को पार कर गया। दैनिक आधार पर तीन मिलियन क्रिकेट फैन यूसी प्लेटफार्म पर क्रिकेट से जुड़ी सामग्री पढ़ते हैं। क्यूमेलेटिव कंटेंट रीडिंग(Cumulative Content Reading) के लिहाज से यह 7 मिलियन घंटे पार कर गया है। टायर 1, टायर 2, ग्रामीण क्षेत्रों और महानगरों में पिछले साल के मुकाबले यह सीधे-सीधे 230 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
इसमें कोई शक नहीं कि ऑगमेंटेड(Augmented) और वर्चुअल रियल्टी टेक्नोलॉजी (Virtual Reality Technology) में गेमिंग इंडस्ट्री सबसे आगे है। निवेशक(Investors) करोड़ों डॉलर निवेश करने को उत्सुक दिखते हैं। हालांकि, वर्चुअल रियल्टी का लाभ उठाने वाले उद्योग यहीं तक सीमित नहीं है। वर्चुअल रियल्टी का व्यवहारिक इस्तेमाल मनोरंजन, शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ ही कई अन्य क्षेत्रों में हो रहा है। इसे सीमा में नहीं बांधा जा सकता।
एचटीसी वाइव (HTC Vive) एक ऐसा ही प्लेटफार्म है, जो भारतीय बाजार में ग्राहकों के लिए उपलब्ध पहला संपूर्ण वीआर (VR) सिस्टम होने से अल्टीमेट सॉल्यूशन साबित हो सकता है। वाइव के जरिए एचटीसी बेहतरीन वीआर (VR) अनुभव देता है। इससे पहले रूम स्केल मूवमेंट पर ऐसा कभी नहीं हुआ था। एचटीसी वाइव ने यूजर्स को शिक्षा, डिजाइन, आर्ट, सोशल, वीडियो, संगीत, खेल, स्वास्थ्य, फैशन, ट्रैवल, न्यूज, शॉपिंग, क्रिएटिविटी टूल्स और अन्य सामग्री से जुड़े एप्स और कंटेंट तक पहुँच को और विस्तार दिया है।
दूसरी ओर, ‘बिगो लाइव’(Bigo live) जैसे मोबाइल ब्रॉडकास्टिंग एप, यूजर्स को रियल-टाइम इंटरेक्शन और वीडियो स्ट्रीमिंग की सुविधा दे रहे हैं। उन्हें अपनी प्रतिभा को ब्रॉडकास्ट करने की अनुमति देते हैं। वे अपने प्रशंसकों से जुड़ सकते हैं। साथ ही अन्य प्रतिभाशाली ब्रॉडकास्टर्स से भी। वे मनोरंजन करने वाले ब्रॉडकास्टर्स को फॉलो कर सकते हैं। बिगो के जरिए यूजर्स, किसी भी वक्त, किसी भी जगह ब्रॉडकास्टिंग को लाइव देख सकते हैं और लाइव सेशंस (Live Sessions) के जरिए अपने ऑडियंस से रूबरू हो सकते हैं। यह प्लेटफार्म यूजर्स को अपने प्रदर्शन को लाइव स्ट्रीम करने की अनुमति देता है। वह जिस भी काम में अच्छे हैं, उसे प्रसारित करने का मौका देता है। हाल ही में इस एप ने वीएचओजी पेश किया है, जो यूजर्स के लिए एप पर उपलब्ध वीडियो रिकॉर्डिंग फीचर है।
भारत में कई कंपनियाँ और एप मेकर्स यूजर्स की अंगुलियों के लिए बेस्ट कंटेंट परोसने के नए रास्ते तलाश रहे हैं। स्मार्टफोन की घटती कीमतों के साथ ही डेटा तक आसान पहुँच, भारतीय टेक कंज्यूमर के लिए वरदान साबित हो रहे हैं।
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